सरकार पर अंकुश जरूरी, नहीं तो बढ़ेगी मनमानी: गडकरी ने खुद की सरकार को दी नसीहत

नागपुर: केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने अपनी ही पार्टी की सरकार पर बेबाक टिप्पणी करते हुए कहा कि “सरकार में बैठे मंत्री कई बार मनमानी करते हैं, और ऐसे में सरकार पर नियंत्रण बेहद जरूरी है।” नागपुर में आयोजित प्रकाश देशपांडे स्मृति कुशल संगठक पुरस्कार समारोह में बोलते हुए गडकरी ने कहा, “सरकार की नीतियों और फैसलों पर अंकुश लगाने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने वाले लोग और संस्थाएं समाज के लिए जरूरी हैं।”

गडकरी ने कहा, “सरकार को कई बार अपने फैसलों पर पुनर्विचार करना पड़ता है, क्योंकि कुछ सामाजिक कार्यकर्ता और संगठन कानूनी रास्ता अपनाकर जनहित के मुद्दों पर सरकार को चुनौती देते हैं। इन लोगों की वजह से सरकार में बैठे नेताओं को अनुशासन में रहना पड़ता है।”

जनहित बिल पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी?

गडकरी का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने जनहित और जनसुरक्षा बिल विधानसभा में पेश किया है, जिसे लेकर विवाद गहराया हुआ है। विपक्ष और सामाजिक संगठनों का आरोप है कि यह कानून सामाजिक कार्यकर्ताओं और वामपंथी विचारधारा वाले संगठनों की आवाज दबाने के लिए लाया गया है।

हालांकि, गडकरी ने सीधे तौर पर इस बिल का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके बयान को जनसुरक्षा बिल के संदर्भ में देखा जा रहा है।

न्यायपालिका की भूमिका को बताया अहम

गडकरी ने समाज सुधारक रवींद्र फडणवीस का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सरकार के गलत फैसलों के खिलाफ न्यायालय का सहारा लिया और जीत हासिल की। “कई बार जो काम सरकार के मंत्री नहीं कर पाते, वह न्यायालय के आदेश से संभव हो पाता है।”