‘मोदी जी, फिल्म रिलीज करवा दीजिए…’ – कन्हैयालाल की पत्नी की अपील
उदयपुर : उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या पर उदयपुर फाइल्स फिल्म बनाई। 26 जून को फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया। यह फिल्म गत शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज होनी थी। लेकिन जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने इसे विवादित बताते हुए फिल्म पर रोक लगाने की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका लगा दी।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने रिलीज पर स्टे लगाकर फिल्म के कंटेट पर केंद्र सरकार को निर्णय लेने को कहा। जैसे ही इसकी जानकारी उदयपुर में रह रहीं कन्हैया लाल की पत्नी जशोदा ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर फिल्म रिलीज करवाने की मांग की। पत्र में लिखा कि फिल्म को रिलीज करवा दीजिए ताकि सच्चाई दुनिया के सामने आ सके। यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और कई संगठन अब फिल्म को रिलीज़ करने की मांग कर रहे हैं।
मैंने खुद देखी वह फिल्म… सच है
जशोदा ने पीएम को पत्र में लिखा कि मैं खुद यह फिल्म (ट्रेलर) देखी है। वह तो उनकी (कन्हैयालाल) हत्या की कहानी है इसमें कुछ भी गलत नहीं है। 3 साल पहले मेरे पति को मारा, अब उसकी कहानी को दबाया जा रहा है। जशोदा ने आगे लिखा कि लोग कह रहे हैं कि फिल्म नहीं आनी चाहिए, लेकिन मैं पूछती हूं- क्यों? हमारे साथ कितना बड़ा अन्याय हुआ है, दुनिया को यह जानने का यह हक है।
पीएम से मिलने का मांगा समय
फिल्म रिलीज करवाने की मांग करते हुए अंत में जशोदा ने पीएम मोदी से मिलने की इच्छा जताई। उन्होंने लिखा कि निवेदन है कि आप हमें मिलने का समय दे दीजिए। मैं अपने दोनों बच्चों के साथ आपसे दिल्ली आकर मिलना चाहती हूं।
फिल्म पर क्या है विवाद?
फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर मुस्लिम संगठनों ने आपत्ति जताई है। उनके वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में दलील दी कि इससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता है। कोर्ट ने फिलहाल फिल्म की रिलीज पर अंतरिम रोक लगा दी है। इसी के बाद कन्हैयालाल की पत्नी ने यह पत्र लिखा।
क्या है मामला?
28 जून 2022 को उदयपुर के धानमंडी इलाके में टेलर कन्हैयालाल साहू की दुकान पर दो कट्टरपंथियों रियाज अटारी और गौस मोहम्मद ने तलवार से दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। वजह महज यह थी कि कन्हैयालाल ने बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट की थी, जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी को लेकर पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था।
21 साल के बेटे यश की प्रतिज्ञा
बता दें कि कन्हैयालाल के बेटे यश साहू पिछले करीब 3 साल से नंगे पांव हैं। उन्होंने अपने बाल नहीं कटवाए। उनका कहना है कि उनकी प्रतिज्ञा है कि जब तक हत्यारों को फांसी नहीं हो जाती, मैं ऐसा ही रहूंगा। भले ही इस घटना के बाद कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने कन्हैया लाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी दे दी है। यश ने बताया कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक मैं अपने जीवन में कोई आराम नहीं लूंगा।