जयपुर । निरामय राजस्थान के उद्देश्य के साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाया जा रहा ग्रीष्मकालीन मिलावट विरोधी अभियान प्रदेशभर में सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। अभियान के तहत निर्धारित लक्ष्यों से अधिक प्रगति दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के मार्गदर्शन में 19 मई, 2025 से 5 मई, 2025 तक चलाए जा रहे इस अभियान के प्रथम चरण में 6 हजार नमूने लिए जाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसके विरूद्ध 1 मई तक 6280 नमूने लिए जा चुके हैं। 
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने बताया कि गर्मी के मौसम में मिलावट एवं खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के प्रभावित होने के मामले अधिक सामने आते हैं। इसे देखते हुए विभाग ने मिलावट विरोधी विशेष अभियान संचालित किया है। अभियान के तहत 1 मई तक 2575 निरीक्षण कर 6280 नमूने लिए गए हैं। इनमें 2545 एन्फोर्समेंट एवं 3735 सर्विलेंस सैम्पल शामिल हैं। ये नमूने प्रमुखत डेयरी उत्पाद, बर्फ, पेय पदार्थ, मिठाइयों, फल व सब्जियों के हैं।श्रीमती राठौड़ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान खाद्य पदार्थों की निर्माण इकाइयों पर विशेष फोकस किया गया है। एक मई तक 1140 निर्माण इकाइयों पर निरीक्षण किया गया है। अनियमितता पाई जाने पर करीब 42 निर्माताओं के यहां जब्ती एवं 64 निर्माताओं के यहां नष्टीकरण की कार्रवाई की गई है। इसी ्रपकार 374 खुदरा विक्रेताओं के यहां निरीक्षण किया गया है।प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि निरीक्षण की कार्यवाही सर्वाधिक मिलावट वाले संभावित स्थानों पर केंद्रित रही है। इसके तहत 1 मई तक बस स्टैण्ड पर 333, रेलवे स्टेशन पर 185, हाईवे फूड प्वाइंटस पर 441 एवं मॉल स्थित फूड प्लाजा आदि पर 103 नमनूे लिए गए हैं। अभियान के तहत की जा रही कार्रवाई की नियमित रूप से राज्य स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है।खाद्य सुरक्षा आयुक्त श्री एच गुईटे ने बताया कि निरीक्षणों के दौरान मिलावट पाए जाने पर 1 मई तक करीब 46 हजार किलो खाद्य पदार्थों को नष्ट किया गया है और 25 हजार किलो से अधिक खाद्य सामग्री को जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि 1 मई को चूरू जिले में 30 किलो मिठाई व स्नेक्स, झालावाड़ में 10 किलो फल व सब्जियां, जोधपुर में 11 किलो डेयरी उत्पाद व 28 किलो सब्जियां, करौली में 18 किलो मिठाइयां व स्नेक्स, सवाई माधोपुर में 6 किलो मिठाई व स्नेक्स तथा श्रीगंगानगर में 35 लीटर पेय पदार्थ नष्ट किए गए।