एयर इंडिया: अमृतसर एयरपोर्ट से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो एयर इंडिया से सफर करने वाले हर पैसेंजर को परेशान करने वाली है. यदि आप भी आने वाले दिनों में एयरपोर्ट से सफर पर जा रहे हों, तो आप भी थोड़ा सतर्क हो जाएं, कहीं ऐसा ना हो कि आपका सामना भी ऐसे किसी एयरपोर्ट स्‍टाफ से सामना हो जाए और उसकी जिद की वजह से आपके लाखों रुपयों पर पानी फिर जाए. जी हां, बीते दिनों अमृतसर एयरपोर्ट पर ऐसा ही कुछ हुआ है. इस घटना में जालंधर मूल के एक परिवार को बोर्डिंग पास जारी करने के बावजूद प्‍लेन में बोर्ड नहीं करने दिया गया. 70 वर्षीय बुजुर्ग सहित यह पूरा परिवार करीब एक घंटे तक एयर इंडिया के मैनेजर के सामने हाथ जोड़ कर गिड़गिड़ा रहा. लेकिन, इस परिवार की मदद करने की जगह इस मैनेजर ने अपने साथी स्‍टाफ से कहा – दफा कर इन्‍हां नूं… अमृतसर एयरपोर्ट पर हुई इस घटना से यह पूरा परिवार न केवल स्‍तब्‍ध है, बल्कि उसके लाखों रुपए बर्बाद हो गए हैं.

समय पर पहुंचने के बावजूद नहीं करने दी बोर्डिंग
 पीड़ित पैसेंजर शुभम शर्मा ने बताया कि उन्‍हें अमृतसर एयरपोर्ट से दिल्‍ली के लिए और दिल्‍ली एयरपोर्ट से सिडनी के लिए फ्लाइट पकड़नी थी. अमृतसर एयरपोर्ट से उनकी फ्लाइट का डिपार्चर टाइम 8:20 बजे का था. वे सभी लगभग 7:10 बजे अमृतसर एयरपोर्ट के एयर इंडिया चेक-इन काउंटर पर पहुंच गए थे. एयरपोर्ट पहुंचते ही वह बैगेज एक्‍सरे के लिए सिक्‍योरिटी बेल्‍ट 11 पर चले गए, जबकि उनकी पत्‍नी सभी पासपोर्ट लेकर एयरलाइंस चेकइन काउंटर पर पहुंच गई.

चेकइन काउंटर पर मौजूद स्‍टाफ ने उनसे कहा कि आप देर से पहुंचे हैं, लिहाजा आपका चेक-इन नहीं किया जा सकता है. जब उन्‍होंने बताया गया कि उनकी डोमेस्टिक फ्लाइट है और करीब एक घंटे का समय बचा है, ऐसे में आप चेकइन के लिए कैसे मना कर सकते हैं. इसके बाद, बेमन से उन्‍होंने हमारा चेकइन प्रॉसेस शुरू किया. इस दौरान, एयरलाइन स्‍टाफ का व्‍यवहार काफी अपमानजनक रहा. चेकइन प्रॉसेस पूरा होने के बाद हमने अपने बैग वेट के लिए रखना शुरू कर दिए.

एक्‍सेस बैगेज के नाम पर मांगे 21 हजार रुपए
इसके बाद, एयरलाइंस ने 7 किलो एक्‍सेस बैगेज के नाम पर उसने 21,000 रुपए की मांग की. लेकिन, जैसे ही हमने अपना एक्‍सेस बैगेज एयरपोर्ट के बाहर मौजूद जानकार को देने की बात कही, वे सभी आपे से बाहर हो गए. वहां मौजूद मैनेजर ने कहा- हम आपकी बोर्डिंग रद्द कर रहे हैं. इसके बाद, मैं, मेरे 70 वर्षीय ससुर, मेरे 60 वर्षीय माता-पिता, और मेरी पत्‍नी स्टाफ से अनुरोध करने लगे कि वे हमारी स्थिति पर पुनर्विचार करें. हम ने विनती की, हाथ जोड़े और यहां तक कि उनके पैरों में भी झुकने के लिए तैयार हो गए.

हाथ में बोर्डिंग पास होने के बावजूद हम 49 मिनट तक उनके सामने रिक्‍वेस्‍ट करते रहे. लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा. इस बीच, हमारी अमृतसर से दिल्‍ली की फ्लाइट तो छूट ही गई, सिडनी वाली फ्लाइट भी मिस हो गई. वहीं, जब हमने एयरपोर्ट से बाहर निकलने के लिए एयरलाइंस स्‍टाफ से अनुरोध किया तो एयरलाइंस मैनेजर ने अपने साथी से कहा कि दफा कर इन्‍हां नूं… उन्‍होंने बताया कि एयर इंडिया मैनेजर की जिद की वजह से उनकी करीब पांच लाख रुपए की टिकट खराब हो गई. वहीं, इस मामले में एयर इंडिया की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.