बालिका शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध सरकार-दिलावर
जयपुर। राज्य के पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि शिक्षा में संस्कारों का समावेश बहुत जरूरी है। शिक्षा के साथ-साथ यदि व्यक्ति में संस्कार नहीं आते हैं तो फिर डिग्रियां व्यर्थ हैं। शिक्षा मंत्री दिलावर रतनगढ़ के हनुमान बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के एक सौ वर्ष पूर्ण होने पर विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने विद्यालय संचालन के लिए जालान परिवार की सराहना करते हुए कहा कि आज से सौ वर्ष पहले जब पुरुष भी बहुत कम पढ़ते थे, बालिका शिक्षा के लिए इस तरह का संस्थान खड़ा करना और इस तरह का वातावरण निर्माण करना जालान परिवार की दूरदर्शितापूर्ण सोच का परिचायक है। उन्होंने जालान परिवार द्वारा शिक्षा, चिकित्सा, समाज सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि परोपकार में धन खर्च करने से हमारे धन में और अधिक इजाफा होता है, ईश्वर की कृपा ऐसे दानी व्यक्ति को प्राप्त होती है। धन को हमेशा चलायमान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल किताबों से संस्कार नहीं आते हैं। अभिभावकों, शिक्षकों के आचरण से बच्चों में संस्कार आते हैं, इसलिए उन्हें अपने आचरण में सावधानी रखनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने गो-संरक्षण, जैविक खेती, पॉलिथिन का उपयोग नहीं करने तथा अधिकाधिक पेड़ लगाने का आह्वान किया और कहा कि गायों को निराश्रित छोड़ने से सड़क दुर्घटनाओं में लोग मरते हैं तथा गायों की भी मृत्यु होती है। गाय को निराश्रित नहीं छोड़ना चाहिए।