देश और विदेश में भगवान राम के करोड़ों भक्त हैं. अयोध्या में भगवान राम के जन्म स्थान होने के कारण श्रद्धालुओं की गहरी आस्था है, जिस कारण यहां आने वाले रामभक्तों की काफी भीड़ रहती है. जब से अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है, यहां लाखों की संख्या में भक्त दर्शन को आने लगे हैं. ऐसे में यहां की सड़को पर भीड़ का बोझ काफी बढ़ गया है. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार विकास के काम कर रही है. इसी कड़ी में अब अयोध्या-गोंडा हाइवे को सिक्स लेन करने की तैयारी की जा रही है. इस हाइवे के बन जाने के बाद यात्रियों को जाम और भीड़ से छुटकारा मिल जाएगा, जिससे तीर्थ यात्रियों का रामलला का दर्शन करना और ज्यादा आसान हो जाएगा. केंद्रीय परिवहन मंत्रालय द्वारा महाराष्ट्र की लायन कंपनी को हाइवे के निर्माणकार्य के सर्वे का काम सौंपा गया है. सर्वे पूरा होते ही इस हाइवे को ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के तौर पर पूरा किया जाएगा.

एक हफ्ते में आएगी रिपोर्ट
अयोध्या की सड़को पर गाड़ियों की संख्या भी कई गुनी बढ़ गई है. इससे तीर्थ यात्रियों के साथ आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन ने गोंडा-अयोध्या हाइवे के चौड़ीकरण के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नतिन गडकरी को पत्र लिखा था, जिसके बाद सड़क के चौड़ीकरण का काम तेज हो गया.

अयोध्या के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ईकाइ के एक्सईएन एसके मिश्रा ने बताया कि गोंडा और अयोध्या के बीच के राष्ट्रीय राजमार्ग को सिक्स लेन में बदलने की योजना पर काम शुरू हो गया है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के निर्देश पर नागपुर की लायन कंपनी इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण कर रही है, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में आ जाएगी.

ग्रीनफील्ड होगा हाइवे
इस हाइवे को ब्राउनफील्ड नहीं बल्कि ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के तौर पर बनाया जाएगा, यानी यह सड़क पूरी तरह नई जगह से हो कर गुजरेगी. सड़को के किनारे पेड़ लगाए जायेंगे, ताकी हरियाली का भी ध्यान रखा जाए. यह हाइवे खेतों और खाली जमीनों से होकर निकलेगा, जिससे बस्तियों, घरों और बाजारों में तोड़फोड़ न करनी पड़े. इससे लोगों को भी परेशानी नहीं होगी और सरकार को जमीन अधिग्रहण में कम दिक्कत आएगी.

पर्यावरण का रखा जायेगा ध्यान
पहले इस सड़क को पार्वती अरगा वन्य जीव अभ्यारण से निकाला जा रहा था. यह अभ्यारण गोंडा जिले के वजीरगंज के पास है. इस वन्य जीव अभ्यारण को यूएनओ द्वारा रामसर साइट घोषित किया गया है, जिस कारण हाइवे को यहां से निकालने की अनुमति नही मिली. अब इस सड़क का रास्ता ऐसा तय किया जाएगा कि पार्वती अरगा पक्षी विहार के पर्यावरणीय क्षेत्रों को नुकसान न हो. सड़क पक्षी विहार से सुरक्षित दूरी पर बनाई जाएगी ताकि पक्षियों की जिंदगी पर असर न पड़े.