अमित शाह ने हिसार में महाराजा अग्रसेन प्रतिमा का उद्घाटन, 80 हजार नौकरियों का किया दावा

हरियाणा के हिसार में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महाराजा अग्रसेन प्रतिमा और विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए. हुड्डा पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि एक सरकार आती थी तो एक क्षेत्र को नौकरी मिलती थी. दूसरी सरकार आती थी दूसरे क्षेत्र को नौकरी, खर्ची और पर्ची चलती थी. हमने 80 हजार नौकरियां दीं.
महाराजा अग्रसेन बहुत वीर योद्धा थे, इन्होंने महाभारत के युद्ध में हिस्सा लिया था. इन्होंने पूरे राज्य के संस्कारों को सिंचित करने का काम किया. कोई भूखा न सोए, कोई व्यक्ति ऐसा न हो जिसके सिर पर छत न हो और कोई व्यक्ति ऐसा न हो जिसके पास कारोबार न हो इन तीन चीजों को उन्होंने अपने सुशासन से निश्चित और सुनिश्चित किया.
हरियाणा के हिसार में एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हरियाणा इस बात का सबसे अच्छा उदाहरण है कि जब हमारे पास ऐसे लोग होते हैं जो समान सिद्धांतों पर चलते हैं और काम करते हैं तो क्या होता है. पहले, हरियाणा जातिवाद के कारण नौकरियों में भ्रष्टाचार के कारण बदनाम था, लेकिन भाजपा ने राज्य में 80,000 नौकरियां दीं और साबित कर दिया कि लोकतंत्र में जाति के आधार पर राजनीति नहीं की जाती है.
हर घर में शौचालय के लिए बधाई
इस कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि दस साल में मोदी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला. 20 करोड़ लोगों को आश्रय देने के लिए चार करोड़ घर बनाए गए हैं.
81 करोड़ लोगों को प्रति माह पांच किलो मुफ्त राशन मिलता है. 2014 तक 12 करोड़ परिवारों के पास शौचालय की सुविधा नहीं थी. आज मैं हरियाणा सरकार को राज्य के हर घर में शौचालय उपलब्ध कराने वाली देश की पहली राज्य सरकार बनने के लिए बधाई देता हूं…एक समग्र दृष्टिकोण के साथ, नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में स्वास्थ्य क्षेत्र के बारे में सोचा है.
मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर में बहुत काम किया
अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत काम किया है. पब्लिक हेल्थ सेंटर और कम्युनिटी हेल्थ सेंटर बनाने पर 64,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. पिछले 10 सालों में 700 से ज्यादा एकीकृत पब्लिक हेल्थ लैब, 4,382 ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट और 602 क्रिटिकल केयर बॉक्स स्थापित किए गए.
आज देश में 23 एम्स अस्पताल हैं…पहले मेडिकल छात्रों के लिए केवल 51,000 सीटें थीं. आज इसे बढ़ाकर 1,15,000 सीटें कर दिया गया है और अगले पांच सालों में 85,000 सीटें और जोड़ी जाएंगी.