29 मार्च को सूर्य ग्रहण और शनि गोचर एक साथ, इस दिन जन्म लेने वाले बच्चों का क्या होगा भविष्य
29 मार्च को साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण मीन राशि में लग रहा है और इसी दिन मीन राशि में शनि देव का गोचर होने वाला है. साथ ही इसी दिन शनि अमावस्या भी है. किसी भी बच्चे का जन्म का दिन उसके भविष्य, व्यक्तित्व और स्वभाव से जुड़ी कई बातों को निर्धारित करता है. सप्ताह के सातों दिन जन्म लेने वाले बच्चे अलग अलग स्वभाव के होते हैं लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कोई बच्चा सूर्य ग्रहण और शनि गोचर के समय होता है तो उसका भविष्य और स्वभाव आम बच्चों से अलग हो सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं 29 मार्च को जन्म लेने वाले बच्चों पर सूर्य ग्रहण और शनि गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा…
ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर होगा तय
अगर किसी बच्चे का जन्म 29 मार्च को होगा तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसका संपूर्ण जीवन खराब या अशुभ रहेगा. ग्रहण काल में जन्म लेने वाले बच्चे का नक्षत्र, लग्न, वार और समय भी देखा जाता है. संपूर्ण ग्रह-नक्षत्र की जानकारी के आधार पर ही बच्चे का भविष्य क्या होगा, इस बात की जानकारी मिलती है. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, ग्रहण के समय जन्म लेने वाले बच्चे पर इसका कोई असर नहीं होता लेकिन युवावस्था के समय ग्रहों का प्रभाव देखने को मिल सकता है.
राहु के गुण होते हैं मौजूद
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, सूर्य ग्रहण और शनि गोचर के समय जन्म लेने वाले बच्चे पर इसका प्रभाव हमेशा बना रहता है. सूर्य ग्रहण के समय जन्म लेने वाले बच्चों पर राहु के गुण भी मौजूद होते हैं. साथ ही इस दिन अमावस्या भी है और अमावस्या तिथि पर कुंडली में सूर्य और चंद्रमा एक ही घर में मौजूद रहते हैं, जिससे इस दिन जन्म लेने वाले बच्चे में गजब की लीडरशिप क्वालिटी देखने को मिलेगी, ज्यादातर हर क्षेत्र में आगे रखते हैं. साथ ही ग्रहण के समय जन्म लेने वाले बच्चे धर्म कर्म के कार्यों में आगे रहते हैं और गर्भ से ही आध्यात्मिक योद्धा के रूप में कार्य करते हैं.
29 मार्च का मूलांक 2
29 मार्च का मूलांक 2 है और 2 के स्वामी चंद्र देव हैं. चंद्र देव भी इसी दिन मीन राशि में शनि के साथ मौजूद रहेंगे. इस वजह से इस दिन जन्म लेने वाले बच्चे का स्वभाव काफी चंचल होता है और काफी धैर्यवान भी होता है. किसी भी परिस्थिति में घबराते नहीं है और समझदारी से फैसले लेते हैं. इस मूलांक वाले लव लाइफ के मामले में काफी लकी रहते हैं. लेकिन ग्रहण की वजह से माता या पिता में से किसी एक का ही सुख उनको मिलेगा.
सूर्य ग्रहण का प्रभाव
सूर्य ग्रहण और शनि गोचर के समय जन्म लेने वाले बच्चों को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है लेकिन बचपन में नहीं युवावस्था के दौरान. ज्योतिष की मानें तो ग्रहण काल में जन्म लेने वाले बच्चों में अधूरापन देखने को मिल सकता है. अगर पैसा होगा तो पारिवारिक सुख नहीं मिलेगा लेकिन अगर पारिवारिक सुख होगा तो धन संबंधित समस्या का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन अगर ये समझदारी से आगे बढ़ते जाएं तो ये अपना भाग्य खुद ही बदलकर लिख सकते हैं.
सूर्य ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव और उपाय
सूर्य ग्रहण और शनि गोचर के समय जन्म लेने वाले बच्चों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही स्नायु और आंखें रोगग्रस्त हो सकती है. साथ ही विकलांगता की समस्या भी ग्रहण के समय जन्म लेने वाले बच्चों में देखने को मिल सकती है. हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण की बात करें तो सूर्य ग्रहण और शनि गोचर के समय जन्म लेने वाले बाकी दिन जन्म लेने वाले बच्चों की तरह सामान्य होते हैं. इस दिन जन्म लेने वाले बच्चों को वही परेशानी और लाभ मिल सकते हैं, जो अन्य दिन जन्म लेने वाले बच्चों को मिलते हैं. सूर्य ग्रहण और शनि गोचर के समय जन्म लेने वाले बच्चों पर युवावस्था के दौरान राहु और केतु से संबंधित चीजों का दान करवाते रहें.